भारतीय टीम रविवार को अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बन गई। भारत ने फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 7 विकेट से मात दी। भारतीय टीम खिताबी मुकाबले में पूरी तरह छाई रही। भारत ने इंग्लैंड को 17.1 ओवर में महज 48 रन पर ढेर कर दिया और फिर 14 ओवर में 3 विकेट खोकर जीत दर्ज कर ली। टूर्नामेंट के पहले संस्करण में भारत शुरुआती चरण से लेकर फाइनल तक जबरदस्त छाप छोड़ी। भारत ने सिर्फ सुपर-6 राउंड में एक मैच गंवाया। चलिए, आपको उन पांच खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने भारत को वर्ल्ड कप चैंपियन बनान में अहम भूमिका निभाई।
शेफाली वर्मा
ताबड़तोड़ रन जुटाने के लिए मशहूर शेफाली वर्मा ने टूर्नामेंट में बल्लेबाजी के साथ-साथ अपने कप्तानी से भी प्रभावित किया। उन्होंने बतौर ओपनर विपक्षी टीम पर जबरदस्त दबाव डाला। उन्होंने मुश्किल हालात में बेहद संयम के साथ फैसले लिए और खिलाड़ियों पर नकारात्म असर नहीं पड़ने दिया। शेफाली टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ियों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर रहीं। उन्होंने 7 मैचों में 24.57 के औसत और 193.25 के स्ट्राइक 172 रन बनाए।
श्वेता सहरावत
सलामी बल्लेबाज श्वेता सहरावत भारत की नई स्टार बनकर उभरी हैं। उन्होंने बल्ले से जमकर धमाल मचाया। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली प्लेयर रहीं। उन्होंने 7 मैचों में 99.00 के औसत और 139.43 के स्ट्राइक रेट से 297 रन जोड़े। उन्होंने तीन शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। सहरावत ने सेमीफाइनल में भी अर्धशतक जड़ा था लेकिन वह फाइनल में सिर्फ 5 रन ही बना सकीं।
पार्श्वी चोपड़ा
बॉलिंग ऑलराउंडर पार्श्वी चोपड़ा ने अपना जलवा बिखेरा। वह भारत की ओर से लीडिंग विकेट टेकर रहीं। वहीं, सर्वाधिक विकेट चटाकने वाली प्लेयर्स की लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहीं। उन्होंने 6 मैचों में 7.00 के औसत और 3.66 के इकॉनमी रेट से 11 शिकार किए। उनसे आगे ऑस्ट्रेलिया की मैगी क्लार्क हैं, जिन्होंने 5 मैचों में 12 शिकार किए। पार्श्वी ने फाइनल में 2 विकेट झटके।
मन्नत कश्यप
पार्श्वी के बाद भारत के लिए टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा शिकार मन्नत कश्यप ने किए। उन्होंने 10.33 के औसत और 4.65 के इकॉनमी रेट से 9 विकेट अपनी झोली में डाले। उन्होंने फाइनल में एक विकेट लिया। मन्नत टूर्नामेंट में मोस्ट विकेट्स की लिस्ट में संयुक्त रूप से पांचवें नंबर पर हैं।
ऋचा घोष
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने भी अपना कमाल दिखाया। उन्होंने निचलेक्रम में उतरने के बाद 7 मैचों की चार पारियों में 127.39 के स्ट्राइर रेट से 93 रन जुटाए। इसके अलावा, ऋचा ने विकेट के पीछे 6 शिकार किए। उन्होंने तीन कैच पकड़े और तीन स्टंप आउट किए। उन्होंने एक स्टंपिंग फाइनल में की। वह टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल विकेट रहीं। उनसे आगे कराबो मेसो हैं, जिन्होंने कुल 8 शिकार किए। उन्होंने 3 कैच और 5 स्टंपिंग कीं।