पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि पांचवें टेस्ट के चौथे दिन दूसरी पारी में बल्लेबाजी में भारत के ‘डर’ और ‘रक्षात्मक’ रवैये के कारण इंग्लैंड को वापसी करने का मौका मिल गया। पहली पारी में 132 रन की बढ़त बनाने वाला भारत दूसरी पारी में सिर्फ 245 रन पर सिमट गया।
कमेंट्री टीम का हिस्सा शास्त्री ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह निराशाजनक था क्योंकि वे अपनी बल्लेबाजी से इंग्लैंड को मुकाबले से बाहर कर सकते थे। उन्हें दो सत्र बल्लेबाजी करने की जरूरत थी और मुझे लगता है कि वे रक्षात्मक थे, वे डरे हुए थे, विशेषकर लंच के बाद।’
शास्त्री ने कहा, ‘विकेट गंवाने के बावजूद वे जोखिम उठा सकते थे। खेल में उस समय रन काफी महत्वपूर्ण थे और मुझे लगता है कि वे काफी रक्षात्मक हो गए, विकेट काफी जल्दी जल्दी गंवाए और इंग्लैंड को बल्लेबाजी का पर्याप्त समय दे दिया।’