तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण कई महीनों से भारतीय टीम से बाहर हैं। उनकी कमी टीम को काफी खल रही है। बुमराह गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करने से लेकर डेथ ओवरों तक के खतरनाक गेंदबाज हैं। उनकी धारदार गेंदबाजी से दिग्गज बल्लेबाज भी परेशान हो जाते हैं। उनकी यॉर्कर का तो जवाब ही नहीं। बुमराह ने पहले सीमित ओवरों के फॉर्मेट में अपनी छाप छोड़ी और फिर टेस्ट क्रिकेट में धमाल मचाया।
भारत ने पिछले कुछ महीनों में उमरन मलिक, अर्शदीप सिंह और शिवम मावी जैसे युवा तेज गेंदबाजों को आजमाया लेकिन बुमराह की कमी दूर नहीं हो पाई। हालांकि, पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि अर्शदीप में बुमराह जैसी खासियत हैं। गावस्कर ने कहा कि जब अर्शदीप सफेद गेंद फॉर्मेट गेंद को काफी स्विंग कराने के माद्दा रखते हैं तो रेड बॉल क्रिकेट में तो कमाल ही कर सकते हैं।
गावस्कर ने भारत-न्यूजीलैंड दूसरे टी20 के दौरान कहा, ”उसके पास शानदार बाउंसर है और वह साथ ही बेहतरीन यॉर्कर भी डालता है। उसमें निश्चित रूप से बड़ी संभावना है। वह टेस्ट क्रिकेट के लिए भी बड़ी संभावना है, क्योंकि अगर वह सफेद गेंद को इतना स्विंग करवा सकता है तो सोचिए कि वह रेड बॉल फॉर्मेट क्या करेगा। वह बाएं हाथ का गेंदबाज होने के चलते एक नया आयाम भी जोड़ता है। उसके पास गति है और गेंद को मूव करा सकता है। जैसे जसप्रीत बुमराह ने सफेद गेंद से शुरुआत की और फिर टॉप-क्लास टेस्ट बॉलर बने, वैसे ही अर्शदीप सिंह पर भी नजर रखी जानी चाहिए।”
बता दें कि अर्शदीप ने कम वक्त में अपनी गेंदबाज से छाप जरूर छोड़ी है लेकिन उन्हें मैच में नो-बॉल डाने के चलते कई बार आलोचना का सामना करना पड़ा है। उन्हें भारत की तीनों फॉर्मेट की टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए अभी एक लंबा रास्ता तय करना है। वह टी20 फॉर्मेट में तो प्रभावी रहे हैं लेकिन वनडे में धमाल नहीं मचा पाए हैं। उन्होंने 25 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 39 विकेट लिए हैं। वहीं, अर्शदीप ने तीन वनडे खेले हैं, जिसमें विकेट का खाता नहीं खुला।