भारतीय टीम जब बुधवार 1 फरवरी को अहमदाबाद में तीसरे और निर्णायक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी तो मेजबान देश के शीर्ष क्रम के 3 युवा बल्लेबाजों पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा। अभी तक यह कहा जा सकता है कि रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में शुभमन गिल, ईशान किशन और राहुल त्रिपाठी की तिकड़ी मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही है।
बुधवार को होने वाले मुकाबले के बाद भारत लंबे समय तक टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले नहीं खेलेगा, जिसके चलते युवा खिलाड़ियों के पास ऑस्टेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले अपनी छाप छोड़ने का अंतिम मौका है। बांग्लादेश में दोहरा शतक जड़ने के बाद से ईशान किशन बल्लेबाजी में लय हासिल करने में नाकाम रहे हैं, जबकि टर्न होती गेंद के खिलाफ शुभमन गिल को परेशानी का सामना करना पड़ा है। वे ODI क्रिकेट की अपनी फॉर्म को T20I में नहीं भुना सके हैं। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में मिले मौकों का राहुल त्रिपाठी भी फायदा नहीं उठा पाए हैं।
रविवार को सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या की सधी पारियों ने भारत को बड़ी मुश्किल से मैच जिताने में मदद की थी, क्योंकि 100 रन के लक्ष्य को टीम ने 20वें ओवर में हासिल किया था। दोनों पिचों पर स्पिनरों को मदद मिली है। ऐसे में क्या दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम भी ऐसी ही पिच मुहैया कराएगा या फिर रनों की बारिश देखने को मिलेगी, ये अपने आप में बड़ी बात होगी।
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वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें, इस सीरीज के लिए टीम में पृथ्वी शॉ को चुना गया है, लेकिन वे टीम से बाहर हैं। प्लेइंग इलेवन में उनको आखिरी मैच में भी मौका मिलने की गुंजाइश नहीं है। हालांकि, एक बात तय है कि अगर भारत का टॉप 3 बल्लेबाज सीरीज के आखिरी मैच में फ्लॉप रहते हैं तो फिर उनमें से किसी न किसी बल्लेबाज का पत्ता कटेगा और पृथ्वी शॉ को निश्चित तौर पर प्लेइंग इलेवन में जगह मिलेगी। हालांकि, भारत काफी समय के बाद अगली टी20 सीरीज खेलेगा।