गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी ओवर में लगातार 5 छक्के लगाकर सोशल मीडिया में सेंसेशन बने रिंकू सिंह के पिता घर घर सिलेंडर पहुंचाने का काम करते हैं। रिंकू सिंह बेहद गरीब परिवार से आते हैं। हालांकि अब बेटे को शोहरत और दौलत भी मिल चुकी है फिर भी वे अपने पुराने काम को जारी रखना चाहते हैं। इसी तरह हुए जब सोमवार को सिलेंडर की डिलीवरी करने पहुंचे तो लोगों ने उन्हें बधाई दी और मिठाई खिलाने की मांग कर दी।
सिलेंडर पहुंचाने का काम जारी रखेंगे रिंकू के पिता।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार को वह गैस सिलेंडर पहुंचाने जिस तरफ भी गए, बधाई देने वालों ने उन्हें घेर लिया। हर कोई उनसे मिठाई खिलाने की मांग कर रहा था। पूरे शहर में बेटे की वजह से खानचंद को जो सम्मान मिला, उसे देखकर उनकी आंखें नम हो गईं। कई लोगों ने उन्हें सुझाव दिया कि अब तो आपका बेटा स्टार क्रिकेटर बन गया है, सिलेंडर ढोने का काम छोड़ दो। इस पर खानचंद ने साफ कहा कि यह काम वह नहीं छोड़ सकते। इसी रोजगार से उन्होंने परिवार पाला है।
रिंकू के पिता बोले, अब सिलेंडर का भार महसूस नहीं होता।
रिंकू सिंह को कोलकाता नाइट राइडर्स ने ₹8000000 में खरीदा था। इससे पहले उन्हें पंजाब किंग्स ने 20 लाख रुपए में खरीदा था। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अब अच्छी हो रही है। वहीं रिंकू के पिता खानचंद का कहना है कि बेटे ने अपनी मेहनत से परिवार की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधे पर ले ली है, ऐसे में उन्हें अब सिलेंडर का भार नहीं महसूस होता है। रिंकू सिंह के माता पिता की अब एक ही इच्छा है कि जल्द से जल्द उनका बेटा राष्ट्रीय टीम में शामिल होकर देश के लिए क्रिकेट खेले।