हिंदी सिनेमा जगत में जब भी कॉमेडी का जिक्र आता है तो सबसे पहले जॉनी लीवर का नाम होता है। इन्होंने वर्षों तक अपने कॉमिक रोल के वजह से लोगों को हंसाया है। यह भारत के सबसे पहले स्टैंड अप कॉमेडियन में से हैं। फिल्मों में आने से पहले जॉनी लीवर स्टैंड अप कॉमेडी किया करते थे। यह बेहद साधारण परिवार से थे जिनका बचपन गरीबी में मुंबई के स्लम इलाके धारावी में बीता। निकिता एक छोटी-मोटी नौकरी करते थे लेकिन शराब की लत के कारण उनके घर की हालत काफी खराब हो गई थी।
7 वीं कक्षा में छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई।
जॉनी लीवर ने एक इंटरव्यू में Mashable India को अपने शुरुआती वर्षों के बारे में बताया। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने क्लास 7 में पढ़ाई क्यों छोड़ दी, तो उन्होंने द बॉम्बे जर्नी के एक एपिसोड में कहा- मेरे पिता शराबी थे, जिसके कारण उन्होंने कभी हम पर ध्यान नहीं दिया लेकिन यह मेरे बड़े चाचा थे जिन्होंने हमें हमारी फीस भरी। इसलिए थोड़े दिनों बाद मैं भड़क गया और स्कूल छोड़ दिया। लेकिन जब मैं स्कूल में था तब मुझे बहुत प्यार मिला, मैं सबकी नकल करता था।
300 से अधिक फिल्मों में किया है काम।
जॉनी लीवर ने आगे कहा, ‘मैं टीचर्स की नकल करता था। मेरी क्लास टीचर बहुत प्यार थी। वह मुझे बहुत प्यार करती थी। वह अभी अमेरिका में हैं। मैं अभी भी उनके टच में हूं। मैंने जब स्कूल छोड़ दिया तो उन्होंने बच्चों को भेजा मुझे बुलाने के लिए। उन्होंने कहा कि जब तब मैं पढ़ाई करूंगा तब तक मैं वह मेरी फीस भरेंगी।’ बता दें कि जॉनी लीवर ने 300 से अधिक हिंदी फिल्मों में काम किया है। उन्होंने दो बार फिल्म फेयर अवार्ड भी जीता है। उनके एक बेटा और बेटी हैं जो कॉमेडी आर्टिस्ट हैं।