क्रिकेट जगत में टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह उर्फ भज्जी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर कई आरोप लगाएं हैं। दिसंबर के महीने में ही सन्यास ले चुके हरभजन सिंह ने धोनी के साथ अपने रिश्ते को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उनके अंदर भी कप्तान बनने की पूरी काबिलियत थी लेकिन बोर्ड में पहचान ना होने के वजह से उन्हें मौका नहीं मिला, ना ही उन्हें किसी ने सपोर्ट किया।
बीसीसीआई पर लगाया आरोप।
एक मीडिया चैनल से बातचीत में कप्तानी को लेकर सवाल पूछे जाने पर भज्जी ने कहा- ऐसा नहीं है कि मैं कप्तान बनने लायक नहीं था या मुझे कप्तानी नहीं आती थी। मेरे जान पहचान में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था, जो बीसीसीआई में ऊंचे पद पर हो। कोई ऐसा नहीं था जो मेरे कप्तान बनने को लेकर बीसीसीआई से बात कर सके या मेरा समर्थन कर सके। अगर ऐसा कोई होता, तो शायद मैं भी टीम इंडिया का कप्तान होता।
भज्जी ने कहा- यदि आप बोर्ड में किसी दमदार सदस्य के पसंदीदा नहीं हैं, तो आपको ऐसा सम्मान नहीं मिल सकता।
भज्जी ने बीसीसीआई से किया था सवाल।
मुझे उस समय की सरकार (सरकार) बीसीसीआई से शिकायत है। मैं बीसीसीआई को सरकार कहता हूं। उस समय के चयनकर्ताओं ने अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय नहीं किया। उन्होंने टीम को एकजुट नहीं होने दिया। क्या था मैंने एक बार इस पर चयनकर्ताओं का सामना किया था और उनका जवाब था कि यह उनके हाथ में नहीं था और फिर मैंने पूछा कि वे चयनकर्ता क्यों हैं?
धोनी को लेकर कही ये बात।
हरभजन सिंह के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर काफी विवाद भी हुआ कि हरभजन सिंह को पूर्व कप्तान एमएस धोनी से समस्या है। लेकिन अब हरभजन सिंह ने साफ करते हुए कहा कि उनके और महेंद्र सिंह धोनी के बीच में कभी मनमुटाव नहीं हुआ था। हरभजन सिंह ने अपने और धोनी के बारे में बात करते हुए कहा, ‘मेरे और धोनी के बीच में कभी भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। मुझे धोनी से कोई शिकायत नहीं है। इन सभी सालों के दौरान हम बहुत अच्छे दोस्त रहे। अगर मुझे शिकायत है तो उस वक्त के बीसीसीआई से, मैं उस वक्त के बीसीसीआई को सरकार कह कर बुलाता हूं।