पाकिस्तान क्रिकेट में पिछले कुछ महीनों में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में भी फेरबदल देखने को मिला। रमीज राजा को पीसीबी के चेयमैन पद से हटा दिया गया था और फिर उनकी जगह नजम सेठी को पीसीबी का चेयरमैन बनाया गया। पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी को पाकिस्तान क्रिकेट टीम का अंतरिम चीफ सेलेक्टर बनाया गया। पिछले कुछ सप्ताह से बोर्ड को कोच की तलाश है और दक्षिण अफ्रीका के मिकी आर्थर इस पद के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। हालांकि पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज सिकंदर बख्त ने कहा कि आर्थर टीम के निदेशक के रूप में शामिल हो सकते हैं। वहीं उन्होंने पाकिस्तान के लीडरशिप रोल में विदेशी क्रिकेटर्स की उपस्थिति को लेकर हैरान कर देना वाला खुलासा किया है।
पाकिस्तान के लिए 26 टेस्ट मैच खेलने वाले सिकंदर बख्त ने अपनी बात समझाने के लिए 2000-2003 तक टीम के सहायक कोच के रूप में अपने कार्यकाल का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ”मैं 2000 से 2003 तक पाकिस्तान टीम के सहायक कोच के रूप था। जो मेरे से ऊपर था, उसने एक वनडे भी नहीं खेला था, लेकिन सभी उसकी सुनते थे। वह साउथ अफ्रीका का था। मुझे नाम नहीं याद है। एक बार मैंने एक खिलाड़ी को कुछ बताने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे ये कहते हुए रोका ‘मैंने 40 टेस्ट खेले हैं, तुमने 26 खेले हैं, मुझे हैंडल करने दो। उसने वास्तव में ये कहा। क्या आपको लगता है कि इन में से कोई बाबर, शादाब और शाहीन को कुछ बता सकता है? अगर कोई उनको कुछ बताएगा, वे…’ बख्त आगे कुछ कह पाते इससे पहले एंकर ने दूसरा सवाल कर दिया।
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जब एक एंकर ने पूछा कि क्या एक ऐसे आदमी की जरूरत है जो ये मैनेज कर सके कि हर कोई उनकी बात सुने। बख्त ने कहा कि विदेशी कोच की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”विदेशी कोच के साथ ये लोग (खिलाड़ी) सही रहते हैं। वो अंग्रेज रहता है तो ये लोग उससे डरते हैं।”
पाकिस्तान के लिए 26 टेस्ट और 27 वनडे खेलने वाले बख्त ने कहा, ”आप देखिए हमारे पास जावेद मियांदाद, वकार यूनुस, सकलैन मुश्ताक और मोहम्मद यूसुफ बतौर कोच रहे हैं। लेकिन कोई भी खिलाड़ियों को संभाल नहीं सका।”