भारतीय बल्लेबाज केदार जाधव ने 73 ओडीआई मैच में 42 की औसत से 13 सौ से अधिक रन बनाए हैं। इसमें 2 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। उन्हें ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन जितने भी मौके उन्हें मिले हैं उसके लिए भी धोनी को वजह मानते हैं।
केदार जाधव ने कहा था कि, मैं 8-10 वनडे ही खेल पाता। लेकिन माही भाई ने मेरा साथ दिया और उनके शांत स्वाभाव का मुझ पर असर रहा है। जब मैं उन्हें देखता हूं तो मुझे आत्मविश्वास मिलता है और अगर आपको ऐसा समर्थन कप्तान से मिले तो इससे काफी मदद मिलती है।
शादी के बाद केदार जाधव और उनकी पत्नी स्नेहल जाधव के साथ हनिमून पर थे, उस वक्त महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने अगले टूर्नामेंट के लिए अपने 15 क्रिकेटर्स की सूची जारी की जिसमें की जाधव का नाम नही था।उस वक्त केदार जाधव का आत्मविश्वास टुटा और उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला ले लिया।
लेकिन तभी उनकी पत्नी भी जिद पर आ गई, अगर आप क्रिकेट छोड़ोगे तो मै आपके साथ नही रहुगीं, फिर क्या था पत्नी का जिद और विश्वास केदार जाधव के काम आया और उनके लगातार संघर्ष और शानदार प्रदर्शन के बदौलत उन्हे भारतीय टीम मे जगह मिली।
जाधव ने कहा, जब मैं माही भाई से मिला था तब मैंने सोचा ता कि, वह भारत के कप्तान हैं तो काफी सख्त होंगे। लेकिन, उनसे मिलने के बाद उनकी कोई और तस्वीर ही सामने आई।