भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे इन दिनों खराब बल्लेबाजी के फोन से गुजर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। उनके प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने कहा है कि हमें अब अजिंक्य रहाणे से उम्मीद छोड़ देनी चाहिए। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का कैरियर अब खत्म होने के कगार पर है। मांजरेकर का मानना है कि चेतेश्वर पुजारा में अभी उम्मीद बची है लेकिन रहा ने अब उनके प्लान से बाहर हैं।
खराब रहा है रहाणे का प्रदर्शन।
अजिंक्य रहाणे का दक्षिण अफ्रीका में एक कठिन समय था, जहां पूर्व टेस्ट उप-कप्तान प्रभाव डालने में विफल रहे और उन्होंने बल्लेबाजी की छह पारियों में एक अकेला अर्धशतक बनाया। रहाणे ने केवल 20 से ऊपर के औसत से तीन टेस्ट मैचों में 136 रन बनाए और टेस्ट टीम में एक और खराब प्रदर्शन के बाद भी उनका स्थान संदिग्ध बना हुआ है। आने वाले टेस्ट मैच श्रृंखला में रहाणे को स्थान मिला मुश्किल लग रहा है।
मांजरेकर ने रहाणे के बारे में कही ये बात।
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने संजय मांजरेकर का मानना है कि केपटाउन टेस्ट रहाणे के लिए आखिरी टेस्ट मैच रहेगा। मांजरेकर ने रहाणे की तुलना विराट कोहली से की। उन्होंने कहा कि विराट भी एक बल्लेबाज हैं जो शतक बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं कह रहा हूं कि यह रहाणे का आखिरी मैच (केपटाउन में तीसरा टेस्ट बनाम दक्षिण अफ्रीका) है, तो लोगों को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। यह रनों के बारे में नहीं है बल्कि यह भी है कि कोई मैदान में किस रणनीति के साथ उतरता है और कैसा दिखता है। 2017 से ही अजिंक्य रहाणे ने कहीं ना कहीं दिखाया है कि वह थोड़ा अनिश्चित हैं।
मांजरेकर ने न्यूज18 से बातचीत में कहा, ‘आप देखिए कि वह (रहाणे) किस तरह से बल्लेबाजी करते हैं, किस तरह से वह आउट होते हैं। यह सब कुछ एक खिलाड़ी के खेल के बारे में संकेत देता है। उदाहरण के लिए, विराट कोहली शतक नहीं बना पा रहे हैं लेकिन वह अब भी मैदान पर काफी अच्छा खेल दिखाते हैं तो मेरे लिए रहाणे का टेस्ट करियर पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि,
अगर मैं चयनकर्ता होता तो 2 साल पहले ही वह मेरी योजना से बाहर हो जाते।